मेरी अनुमति के बिना इस ब्‍लाग की किसी भी सामग्री का किसी भी रूप में उपयोग करना मना है । ........ देव कान्‍त पाण्‍डेय

शनिवार, 27 अप्रैल 2013

फेसबुकिया जिंदगी


नेट का बिल ढेर सारा बढ गया है      

ऑंख पर चश्‍मा बडा सा चढ गया है 
दोस्‍त कहते हैं, "नहीं उपचार इसका, 
फेसबुक का साया तुम पर पड गया है !
पत्‍नी भी चिंतित नजर आने लगी है 
पूछती है "नैन तो ना लड गया है ? 
प्रेयसी तुमने तो कोई ना बना ली..... ? ! "
..."देव" का बीपी भी अब तो बढ गया है ।

बोलिए अब आप ही हे यूजरों 
इल्‍जाम इतने सर पे मेरे मढ गया है 
कैसे छोडें "रूप की किताब" को 
दिल में जो गहराइयों तक गड गया है । 

                                         ......Devkant Pandey



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